आदि श्री गुरु ग्रंथ साहिब (हिन्दी अनुवाद सहित नागरी लिप्यन्तरण) (2 भाग)

Adi Shri Guru Granth Sahib (Hindi Anuvad Sahit Nagri Lipiyantarn) (2 Vol.)

by: Manmohan Sehgal (Dr.)


  • ₹ 3,200.00 (INR)

  • ₹ 2,880.00 (INR)
  • Hardback
  • ISBN:
  • Edition(s): Jan-2013 / 3rd
  • Pages: 2552
  • Assisted By: Nand Kumar Avasthi
लोकप्रख्यात धर्मग्रन्थ ‘आदि श्री गुरुग्रन्थ साहिब’ हिन्दी अनुवाद साहित नागरी लिप्यन्तरण के प्रकाशन की योजना के अन्तर्गत, यह ग्रंथ पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत है । आदि श्री गुरुग्रन्थ साहिब मध्यकालीन सन्तों की अमूल्य वाणी का एक अपूर्व संकलन है, जिसमें सम्पादक गुरु अर्जुनदेव जी ने विग्रह और विघटन के युग में व्यापक भारतीय दृषिट से प्रादेशिक, भाषायी, वर्गीय अथवा जातीय वृत्तों-घेरों से परे एक समान मंच की स्थापना की थी । युग-बोध और भावी आदर्शों के साथ-साथ इसमें भावात्मक एकता का सूत्र थाम कर भारतीय महानात्माओं ने सांसारिक जीवों के लिए जीने का सही मूल्य आँकने का सफल प्रयास किया था ।

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